Wednesday, March 4, 2020

मिगिनगो द्वीप विवाद




विक्टोरिया झील स्थित मिगिनगो द्वीप पर पड़ोसी केन्या और युगांडा अपनी संप्रभुता का दावा करते रहे हैं। घनी आबादी वाले इस द्वीप का क्षेत्रफल एक हेक्टेयर से भी कम है।

एक दशक से भी अधिक समय से मिगिनगो द्वीप केन्या और युगांडा के बीच तनाव का कारण बना हुआ है। दोनों देश यह निश्चय करने में असमर्थ हैं कि वास्तव में इस द्वीप पर किसकी संप्रभुता है।

वर्ष 2000 की शुरुआत में जब द्वीप पर लोगों ने निवास करना शुरू किया था तब सभी मानचित्रों पर इस द्वीप को केन्या के अंतर्गत दिखाया गया था। इसने युगांडा के अधिकारियों का ध्यान आकर्षित करना शुरू किया और उन्होंने मछुआरों पर कर लगाने के लिये मिगिनगो में अधिकारी भेजे, साथ ही समुद्री डाकुओं से सुरक्षा का प्रस्ताव भी उनके सामने रखा।

युगांडा के इस कदम के बाद मछुआरों ने केन्या सरकार से मुलाकात की और केन्या सरकार ने इस पर कदम उठाते हुए मिगिनगो में सुरक्षाकर्मी तैनात कर दिये जिसके चलते दोनों देशों के बीच वर्ष 2009 में तनाव और बढ़ गया।

इसके बाद केन्या और युगांडा ने यह निर्धारित करने के लिये कि पानी की सीमा कहाँ तक है, एक संयुक्त कमीशन बनाने का फैसला किया लेकिन संयुक्त कमीशन द्वारा अभी तक कोई निर्णायक फैसला नहीं लिया गया है।

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